मोना जौहर कहती हैं कि ज्यादातर मामलों में ब्लड ग्लूकोस में कोई भी अंतर दिखाई देने के पहले से ही इंसुलिन का स्तर कुछ ही महीनों बल्कि कुछ सालों पहले से घटने लगता हैं | अगर जल्दी ही समझ लिया जाए तो हम टाइप 2 डाइबिटीज़ को 100 % बढ़ने से रोक सकते हैं |
मोना जौहर डाइटीशियन (RD), वेट मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट और थेराप्यूटिक लाइफस्टाइल हैल्थकेर प्रैक्टिशनर, हमें बतातीं है कि अब सिर्फ यह समझना हैं कि इसके लिए हमें क्या और कितना खाना होगा और क्या नहीं खाना होगा |
सबसे पहले हमें स्वच्छ साफ खाना खाना हैं, क्योंकि आज के समय में हमें नहीं पता कि जो भी हम खा रहे हैं वो कहाँ और कैसे उगाया गया हैं | इसलिए घर पर उगाये गए फल और सब्जियां बहुत अच्छा उपाय हैं, अगर नहीं तो आप जो भी फल या सब्जियां खा रहे हैं, उन्हें अच्छी तरह साफ करना चाहिए | इसके अलावा खाने की इन चीज़ों से आपको परहेज़ करना चाहिए - पर्यावरण विषाक्त चीजें, (environmentally toxic food) बी पी ए, प्लास्टिक का इस्तेमाल किसी भी प्रकार से न करें (खाना गर्म करने ,पानी पीने, चाय कॉफी के लिए ) जी एम ओ फूड्स सबसे पहले आप स्वीट्स (मीठा) खाना बंद करेंगे जो कि कार्बोहाइड्रेट को बढ़ाते हैं, क्योंकि यही वो चीज़ें हैं जो की कि ब्लड शुगर बढ़ाती हैं, और जितना ब्लड शुगर बढ़ेगा उतना ही इंसुलिन कम होगा |
आप इंसुलिन कम होने से बचा सकते हैं, इस तरह - ताज़ीसाबूत फल और सब्जियां खाकर खाएं नान प्रोसेस्ड खाना खाएं फल और सब्जियां जिनमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स हो गोभी, हरी पत्ते दार सब्जियां, साग ये वो खाने हैं, जो आपके ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देते क्योंकि ये फाइबर से भरपूर होते हैं|
ज्यादा जानकारी के लिए देखें - https://www.youtube.com/watch?v=OQElnTmQTSQ