चिकन पॉक्स से निपटना

Dealing with Chickenpox by Famhealth

यह एक इन्फेक्शस (संक्रामक) रोग है, जिसके कारण हल्का बुखार होता है और खुजली वाली सूजी हुईं पिंपल्स (फुंसियों) का रैश होता है, जो फफोले में बदल जाती हैं और फिर ढीली पपड़ियाँ बन जाती हैं। यह हर्पीज़ ज़ॉस्टर (भैंसिया दाद) वायरस के कारण होता है और मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है।

रैश दिखने से पहले, निम्न चीज़ें होंगी:

  • अस्वस्थ होने की एक सामान्य भावना (अस्वस्थता)।
  • बुखार, जो आमतौर पर बच्चों की तुलना में वयस्कों में बदतर होता है।
  • मांसपेशियों में दर्द।
  • भूख में कमी
  • मतली (जी मिचलाना)।

रैश दिखाई देने के बाद, निम्न चीज़ें होंगी:

लाल चकत्ते पड़ना।: तीव्रता कुछ धब्बों से लेकर पूरे शरीर को कवर करनेवाले रैश तक भिन्न-भिन्न हो सकती है।

स्पॉट (धब्बे): धब्बे गुच्छों में विकसित होते हैं और आम तौर पर चेहरे, अंगों, छाती और पेट पर दिखाई देते हैं। वे छोटे, लाल होते हैं और खुजली करते हैं।

फफोले: फफोले धब्बों के ऊपर विकसित हो सकते हैं। इनसे बहुत खुजली हो सकती है।

क्लाउडिंग: लगभग 48 घंटों के भीतर, फफोले मैले दिखने लग जाते हैं और सूखने लग जाते हैं। एक क्रस्ट (पपड़ी) आ जाता है।

ठीक होना: लगभग 10 दिनों के भीतर, क्रस्ट अपने आप गिर जाता है।

पूरे चक्र के दौरान, स्पॉट की नई लहरें दिखाई दे सकतीं हैं - ऐसे मामलों में, रोगी में खुजली, सूखापन और पपड़ीपन के अलग-अलग चरणों में स्पॉट के अलग-अलग क्लस्टर हो सकते हैं।

साइनसाइटिस से पीड़ित व्यक्ति का इलाज कैसे कैरे ?:

चिकनपॉक्स आम तौर पर एक या दो सप्ताह के भीतर उपचार के बिना हल हो जाता है, लेकिन एक टीका इसे प्रिवेंट कर सकता है।

एक जागरूकता पैदा करें कि इन्फेक्शन (संक्रमण) को दूसरे लोगों तक फैलने से कैसे रोका जाए।

दर्द या बुखार: कभी-कभी डॉ मे बुखार और दर्द के इलाज के लिए दवा लेने की सलाह देते हैं।

डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) से बचना: डिहाइड्रेशन को प्रिवेंट करने के लिए, पर्याप्त मात्रा में फ्लूइड (तरल पदार्थ) पीना, विशेषकर पानी पीना, महत्वपूर्ण है। कुछ डॉक्टर उन बच्चों के लिए शुगर-फ्री (चीनी-मुक्त) पॉप्सिकल रिकमेन्ड करते हैं जो पर्याप्त नहीं पीते हैं।

वैक्सीनेशन (टीकाकरण):: For children, 2 doses of the varicella vaccine are given, one at 12 to 15 months and one at age 4 to 6 years. These are 90 percent effective at preventing chickenpox.

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IMMUNIZATION SCHEDULE IN INDIA

IMMUNIZATION SCHEDULE IN INDIA 2018 by Famhealth
क्रमांकवैक्सीन (टीका)प्रिवेंट करता हैडोज़ 1 के लिए न्यूनतम आयु               डोज़ 1 और डोज़ 2के बीच अंतराल    डोज़ 2 और डोज़ 3 के बीच अंतरालडोज़ 3 और डोज़ 4 के बीच अंतरालडोज़ 4 और डोज़ 5 के बीच अंतराल
1बीसीजीटीबी और ब्लैडर कैंसर (मूत्राशय कैंसर)जन्म    
2हेपबी (HepB) हेपेटाइटिस बीजन्म4 सप्ताह8 सप्ताह  
3पोलियो-वायरस पोलियोजन्म4 सप्ताह4 सप्ताह  
4डीटीपीडिप्थीरिया, टेटनस और पर्टसिस (काली-खाँसी)6 सप्ताह4 सप्ताह4 सप्ताह6 महीने (बूस्टर 1)3 वर्ष (बूस्टर 2)
5हिब (Hib)बैक्टीरिया द्वारा पैदा हुए इन्फेक्शन (संक्रमण)6 सप्ताह4 सप्ताह4 सप्ताह6 महीने (बूस्टर 1) 
6पीसीवीनिमोनिया6 सप्ताह4 सप्ताह4 सप्ताह6 महीने (बूस्टर 1) 
7आरवीगंभीर डायरिया रोग6 सप्ताह4 सप्ताह4 सप्ताह  
8टाइफाइडटाइफाइड, बुखार, डायरिया (दस्त)9 महीने15 महीने (बूस्टर 1)   
9एमएमआरमीज़ल्स, मम्प्स और रूबेला (खसरा, कण्ठमाला और रूबेला)9 महीने6 महीने   
10वैरिसेला (छोटी चेचक) चिकनपॉक्स1 वर्ष3 महीने   
11हेपए (HepA)लीवर रोग1 वर्ष6 महीने   
12टीडैप (Tdap)डिप्थीरिया, टेटनस और पर्टसिस (काली-खाँसी)7 वर्ष    
13एचपीवीकुछ कैंसर और वॉर्ट (एक प्रकार का त्वचा-रोग)9 वर्ष9-14 वर्ष की आयु के बच्चे के लिए: 6 महीने। 15 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चे के लिए: 1 माह15 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चे के लिए: 5 महीने  

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