शानदार उपकरण – रॉकर / स्ट्रोली / प्रैम
मुख्य अंतर: बेबी प्रैम और स्ट्रोलर, पहिएदार उपकरण हैं जिनका उपयोग बच्चों को कैरी करने के लिए किया जाता है। एक बेबी प्रैम एक क्रैडल (पालने) की तरह होता है जिसमें शिशु लेट सकते हैं, जबकि एक स्ट्रोलर एक कुर्सी की तरह होता है जिसमें शिशु सीधे बैठ सकते हैं।
रॉकर:
A bouncer is a seat suitable from birth until about 6 months that doesn’t rock, but is slightly flexible so that it moves slightly when you push it or when your baby kicks as she gets older. A bouncer usually has a bar with toys and lights, and some have music and vibrating options to help soothe your baby.
बाइंग टिप्स (खरीददारी की युक्तियाँ):
- आधुनिक ग्लाइडर अधिक जगह लेते हैं, लेकिन वे आरामदायक कुशन के साथ आते हैं। एक ऑटोमन जोड़ें ताकि आपके पास थके हुए पैरों को रेस्ट करने के लिए एक जगह हो।
- When you shop, give each rocker or glider a test ride. It should move smoothly and silently. You don’t want your sleeping baby awakened to a symphony of squeaks and creaks.
- सीट आपके और आपके बढ़ते बच्चे को आराम से फिट करने के लिए काफ़ी बड़ी होनी चाहिए।
- Make sure the headrest is high enough so you can lean back against it. You’ll appreciate that feature during those exhausting late-night feedings.
- Choose an easy-to-wash fabric. You’ll want it to come clean after baby spit-ups and spills.
- ऐसा रंग चुनें जो शिशु को शांत करने में मदद करें। नीले या हरे रंग अच्छे विकल्प हैं।
स्ट्रोली :
एक शिशु को घुमाने के लिए एक वाहन जिसमें चार पहियों पर एक फ्रेम द्वारा समर्थित एक छोटा बिस्तर शामिल है।
बाइंग टिप्स (खरीददारी की युक्तियाँ):
- To keep baby secure, look for a T-shaped buckle that goes around your baby’s waist and straps between the legs.
- स्ट्रोलर के पिछले पहियों पर ब्रेक होने चाहिए और सामने के पहिये लॉक वाले होने चाहिए।
- दो जनों के लिए कोई स्ट्रोलर खरीदते समय, टैंडम मॉडल (अग्रानुक्रम मॉडल) (जहाँ एक शिशु दूसरे के सामने बैठता है) साइड-बाय-साइड की तुलना में हिलाने-डुलाने में आसान होते हैं।
- स्ट्रोलर सीट को आपके नवजात के लिए पूरी तरह से पीछे जानी चाहिए, और जैसे-जैसे आपका शिशु बढ़ता है यह एक सीट के तौर पर वापस एडजस्ट हो जानी चाहिए।
प्रैम:
A pram is designed to carry new-borns and younger babies, usually while they’re lying down. It’s sturdy and generally can’t be folded flat. A stroller is lightweight and collapsible, ideal for older babies. A buggy can be a pushchair or a stroller, depending on who you ask!
बाइंग टिप्स (खरीददारी की युक्तियाँ):
- If you’re always on the go, buy a lightweight umbrella stroller. Just make sure it fully reclines.
- अपने सभी बेबी गियर (शिशु संबंधी वस्तुओं) को रखने के लिए जगह चाहिए? एक फुल-साइज़ वाला स्ट्रोलर आपको अधिक स्टोरेज रूम (भंडारण कक्ष) देगा।
- It should be solid, with a wide wheel base. When you push lightly on the handles, it shouldn’t tip backwards.
- Make sure you can open the stroller easily with one hand. You don’t want to wrestle with it while holding baby in your other arm.
- To keep baby secure, look for a T-shaped buckle that goes around your baby’s waist and straps between the legs.
- दो जनों के लिए कोई स्ट्रोलर खरीदते समय, टैंडम मॉडल (अग्रानुक्रम मॉडल) (जहाँ एक शिशु दूसरे के सामने बैठता है) साइड-बाय-साइड की तुलना में हिलाने-डुलाने में आसान होते हैं।
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